सोलन, 21 दिसंबर ।
कार्यक्रम की मुख्या अतिथि सरोज खोसला, अध्यक्ष, फाउंडेशन ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट एसआईएलबी, और प्रो. पी.के. खोसला, चांसलर, शूलिनी विश्वविद्यालय से थे ।
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इस अवसर पर चांसलर प्रो. पी.के. खोसला ने फार्मास्युटिकल विज्ञान के भीतर नवाचार को बढ़ावा देने में प्रयोगशाला की भूमिका और दवा खोज अनुसंधान के भविष्य को आकार देने में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रयोगशाला के समन्वयक प्रोफेसर दीपक कुमार ने शूलिनी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक और अनुसंधान वातावरण को समृद्ध करने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए प्रयोगशाला की क्षमताओं के बारे में जानकारी प्रदान की।
प्रयोगशाला नए यौगिकों के संश्लेषण, विश्लेषण और संशोधन, पौधों के निष्कर्षण, अलगाव और नैनोफॉर्म्यूलेशन, इनसिलिको दवा डिजाइन और खोज जैसी अत्याधुनिक गतिविधियों में संलग्न होने के लिए तैयार है।
अंतिम लक्ष्य नए चिकित्सीय एजेंटों की खोज करना, दवा फॉर्मूलेशन का अनुकूलन करना और दवा खोज प्रक्रिया के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है।
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