सोलन, 12 दिसंबर ।
डॉ॰ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी और विवि के कृषि विज्ञान केंद्रों और अनुसंधान स्टेशनों में बागवानों के लिए फलदार पौधे की वार्षिक बिक्री मंगलवार को भी जारी रही।
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आज पौधों की बिक्री का दूसरा दिन था और काफी संख्या में किसानों ने फलों के पौधे खरीदे। इस वर्ष 11 दिसम्बर से पहले आओ पहले पाओ के आधार पर फल रोपण सामग्री की वार्षिक बिक्री मुख्य परिसर में तीन नर्सरियों,
कंडाघाट, रोहड़ू में कृषि विज्ञान केंद्र और मशोबरा, बजौरा और शारबो (किन्नौर) में अनुसंधान केंद्रों से विभिन्न फलों की किस्मों की बिक्री जारी रही।
दूसरे दिन 404 किसानों ने 13121 से अधिक पौधे विभिन्न नर्सरियों से खरीदे। अब तक दो दिनों में 1186 किसान 35,445 से अधिक पौधे खरीद चुके हैं। सेब में रॉयल डेलीशीयस क़िस्मों की अलावा ज़ेड 1,
स्करलेट स्पर 2, डार्क बेरन गला, किंग रोट, मेमा गला, स्चीनिको रेड गला, अर्लि रेड वन जैसे किस्में लोकप्रिय रहीं। वहीं जापानी फल में फुयु काफी लोकप्रिय रहीं।
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इस वर्ष, विश्वविद्यालय और क्षेत्रीय स्टेशनों द्वारा 2.72 लाख से अधिक पौधे तैयार किए हैं। सेब के लगभग 50000 क्लोनल रूटस्टॉक भी उपलब्ध होंगे।
इस बिक्री के दौरान किसानों को सेब, कीवी, अनार, खुमानी, आड़ू, नेक्टराइन, चेरी, अखरोट, नाशपाती, प्लम आदि की विभिन्न किस्में उपलब्ध करवाई जा रही है।
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