हिमाचल डायरी न्यूज़, शिमला, 29 जनवरी ।
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने जिला सिरमौर की ग्राम पंचायत पुन्नरधार (संगड़ाह) में एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर एवं किसान मेला का आयोजन किया।
वर्ष 2024-25 के लिए 9990 करोड़ रुपये की वार्षिक योजना प्रस्तावित: मुख्यमंत्री
इस प्रशिक्षण शिविर का विषय ‘हिमाचल प्रदेश में मसाला फसलों को बढ़ावा देना’ था। इस प्रशिक्षण को केंद्र प्रायोजित एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत किया गया।
प्रशिक्षण शिविर में पंचायत के महिलाओं एवं युवाओं सहित 75 किसानों ने भाग लिया। किसानों को अदरक, हल्दी, लहसुन, धनिया, मेथी आदि मसाला फसलों के उत्पादन और संरक्षण प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान, बीज किट, साहित्य और जानकारी प्रदान की
गई। बीज विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर और हैड डॉ. नरेंद्र भरत ने मसाला फसलों के महत्व पर विस्तार से बताया और किसानों को मसाला फसलों की खेती में प्राकृतिक कृषि पद्धतियों को अपनाने की सलाह दी।
बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रोहित वर्मा ने किसानों से मसाला फसलों की खेती में वैज्ञानिक सिद्धांतों को अपनाने का आग्रह किया ताकि किसान अपनी लागत को कम कर सकें और मसाला फसलों की खेती के माध्यम से अधिकतम कमाई कर
सकें। ग्राम पंचायत पुन्नरधार की प्रधान सुचेता देवी ने किसानों को मसालों के उत्पादन और संरक्षण के बारे में शिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय की पूरी टीम को धन्यवाद दिया।
हिमाचल की ताज़ा खबरों के लिए लॉगिन करें www.himachaldiary.com